तुम्हारी सारी यादें
छुपी है दिल में कहीं
माना कि पहले जैसा
दिल अब धडकता नहीं
निकले झूठे सारे तेरे
साथ देने के वादे
बहोत देर से जानें मैंने
बेवफा तेरे वो इरादे
तेरे सामने टूटा दिल मेरा
और तू बस देखती रही
माना कि पहले जैसा
दिल अब धडकता नहीं
वो पहली मुलाकात
वो तेरा शरमाना
तेरी वो कातिल निगाहें
और मेरा घबराना
मेरे घायल दिल में
तू तो बस गयी थी वहीं
माना कि पहले जैसा
दिल अब धडकता नहीं
याद आती रही मुझे
तुम्हारी वो प्यारी बातें
तुम्हारे खयालों में
गुजरती है अब रातें
तू नहीं तो अब तेरी
हसीन यादें ही सही
माना कि पहले जैसा
दिल अब धडकता नहीं
डाॅ. सुभाष कटकदौंड – खोपोली